बट्टा क्या होता है? बट्टे (Discount) के प्रकार और लाभ With Example.

हिंदी में Accounting के इस लेख में आज हम बट्टे(Discount) के बारे में बात करने वालें हैं की बट्टा क्या होता है? बट्टा कितने प्रकार का होता है? व्यापारिक और नकद बट्टे के मध्य अंतर क्या है? इसके अलावा हम आपको इनके Example बताएँगे जिनमे आपको बताया जायेगा की Discount की Journal Entry कैसे होती है।

बट्टा क्या होता है? 10% Discount को दर्शाता हुआ फोटो

बट्टे को व्यापारी किसी खास उद्देश्य के लिए देते है। Business को बढ़ाने के लिए बड़ी-बड़ी Companies भी Discount देती हैं जैसा की आपने देखा होगा की बहुत से Product or Item पर Company Offers देती हैं।  डिस्काउंट देने से Customer और Businessman दोनों का फायदा होता है। व्यापारी का माल जल्दी बिक जाता है और ग्राहक बढ़ते हैं।

ग्राहकों को बढ़िया छूट मिलने पर वह जल्दी payment कर देते हैं और माल भी खरीदते हैं। इसी प्रकार बहुत सी Banks भी Loan पर भी Discount देती हैं जिससे उनका ऋण शीघ्र प्राप्त हो जाता है। E-commerce website जो online product sale करती हैं वह भी Discount offer करती हैं। जिससे लाभ यह होता है की उनके products बहुत भारी मात्रा में विक्रय हो जाते हैं।

बट्टा (Discount) क्या होता है और यह कितने प्रकार का होता है?

बट्टा दो प्रकार का होता है।
1. व्यापारिक बट्टा (Trade Discount)
2. नकद बट्टा (Cash Discount)

व्यापारिक बट्टा (Trade Discount)

Seller के द्वारा अपने Customers को माल की मूल्य सूची (Price List) पर एक निश्चित प्रतिशत (Percent) की दर से Discount दिया जाता है जिसे व्यापारिक बट्टा कहते हैं।

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इस बट्टे की अलग से कोई जर्नल प्रविष्टि नहीं की जाती है। Transaction की एंट्री करते समय ही उस व्यवहार की राशि में से बट्टे को calculation करके घटा दिया जाता है बाकी राशि को बिल पर दिखाया जाता है। इस प्रकार के बट्टे की राशि Invoice या Cash Memo में ही माल के वास्तविक मूल्यों में से कम कर दी जाती है।

Trade Discount क्यों दिया जाता है इसका क्या लाभ है?

ट्रेड Discount देने का मुख्य उद्देश्य Sale को बढ़ाना होता है। जब माल कि बिक्री बहुत कम हो जाती है और माल स्टॉक में बहुत ज्यादा मात्रा में होता है तथा माल के खराब होने की संभावना बढ़ जाती है तो Discount देना बहुत जरूरी हो जाता है।

उस समय व्यापारी अपने माल को जल्दी बेचने के लिए कम मुनाफे या खरीद रेट पर ही बेचने का ऑफर दे देता है। मैं यहां पर आपको Trade Discount की entry के कुछ Example बताने जा रहा हूं जिनमें आप देख सकते हैं कि बट्टे को direct कम कर दिया गया है।

Trade Discount (Sale on Credit)

Example. 1. नरेश को ₹20,000 का माल 10% ट्रेड डिस्काउंट पर बेचा।

Naresh A/c Dr                                                  18000
To Sales A/c                                                        18000
(Being goods sold @10% trade discount)
गणना: 20,000 × 10% = 2,000; नेट = 20,000 − 2,000 = 18,000

इस Entry में माल की राशि 20000 रुपए है और इस पर डिस्काउंट 10 प्रतिशत है। अब 20000 का 10% निकालने पर 2000 आता है। 2000 को 20000 में से कम करके एंट्री की गई है।

Example. 2. Harish को मूल्य सूची के आधार पर ₹10000 का माल 10% व्यापारिक बट्टे पर विक्रय किया।

Harish A/c Dr                                                 9000
To Sales A/c                                                        9000
(Being goods sold @10% trade discount)
गणना: 10000 × 10% = 1000 नेट = 10000 – 1000 = 9000

Example 3. Rajesh से 40000 रुपए का माल 20% Trade Discount ( व्यापारिक बट्टे) पर खरीदा।

Purchase A/c Dr                                           32000
To Rajesh A/c                                                     32000

Trade Discount (Purchase on Credit)

Example 4. Gupta Traders से ₹6,000 का माल 3% Trade Discount पर खरीदा।

Purchase A/c Dr                                           5820
To Gupta Traders                                             5820
(Being goods purchased @3% trade discount; invoice at net)
गणना: 6,000 × 3% = 180; नेट = 6,000 − 180 = 5,820

नकद बट्टा – Cash Discount Allowed (Debtor को छूट देकर पैसा लेना)

जब व्यापारी को अपने ग्राहकों से अपने माल का बकाया या भुगतान प्राप्त करना होता है तो उसके लिए व्यापारी Cash Discount का सहारा लेता है। दूसरे शब्दों में जल्द भुगतान प्राप्त करने के उद्देश्य से जो छूट व्यापारी द्वारा अपने देनदारों को दी जाती है उसे नकद बट्टा कहते हैं।

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इस बट्टे की Entry की जाती है तथा इसे नाम मात्र का खाता कहते हैं। इस की प्रविष्टि Nominal Account के Rules के आधार पर की जाती है। जब Cash Discount प्राप्त किया जाता है तो उसे income के रूप में Credit किया जाता है। इसके उलट जब Debtors को यह Discount दिया जाता है उसे Loss के रूप में Debit किया जाता है। इसके भी कुछ उदाहरण हैं जिनको में यहां समझा रहा हूं।

यहां पर हम ऊपर first example बताया था उसको दोबारा लेंगे:
Example 1.
यदि नरेश से 20000 के स्थान पर पूर्ण भुगतान में 18000 रुपए प्राप्त हुए। यानी Payment जल्दी मिलने के उद्देश्य से 2000 का Discount दे दिया।

Cash A/c Dr                                                           18000
Discount allowed A/c Dr                                         2000
To Naresh A/c                                                                 20000
(Being cash received allowing ₹2,000 cash discount for prompt payment)

Example 2. Rakesh से पूर्ण भुगतान में 2000 के स्थान पर केवल 1700 रुपए प्राप्त हुए।

Cash A/c Dr                                                            1700
Discount allowed A/c Dr                                          300
To Rakesh A/c                                                          2000

Cash Discount – Received (Creditor से छूट लेकर भुगतान करना)

Example 3. राजीव को पूर्ण भुगतान में 5000 के स्थान पर 4500 रूपये चुकाए। (₹500 discount received)
नोट :- इस एंट्री में हमने पेमेंट किया है तथा बट्टा प्राप्त (Discount Received) किया है।

Rajeev A/c Dr                                                             5000
To Discount Received A/c                                                   500
To Cash A/c                                                                        4500
(Being payment made with ₹500 cash discount received)
नकद भुगतान किया है इसलिए To Cash आया है।

Example 4. Mangal से 20000 रूपये का माल ख़रीदा।

Purchase A/c Dr                                                    20000
To Mangal A/c                                                            20000

Example 5. Mangal को पूर्ण भुगतान में 18000 रूपये चुकाए।

Mangal A/c Dr                                                   20000
To Discount received                                              2000
To Cash A/c                                                            18000

दोनों Discount साथ में (Trade + Cash)

उदाहरण: नकद बिक्री—₹50,000 पर 10% Trade Discount, और तुरंत भुगतान पर 5% Cash Discount।

  • Trade Discount: 50,000 × 10% = 5,000 → Net = 45,000
  • Cash Discount: 45,000 × 5% = 2,250
  • Cash मिलेगा = 45,000 − 2,250 = 42,750

Cash A/c Dr 42,750
Discount Allowed A/c Dr 2,250
To Sales A/c 45,000
(Being cash sale @10% trade discount and 5% cash discount)

नोट:- पहले Trade Discount कम होता है, फिर Cash Discount नेट अमाउंट पर लगता है

अब कुछ Entries हैं जिनको आपके अभ्यास के लिए मैं यहाँ पर लिख रहा हूँ अगर आप इनपर practice करोगे तो जल्दी डिस्काउंट एंट्री करना सीख जाओगे। इनके Answers आपको नीचे मिल जायेंगे।

(A). Narendra को 10000 रूपये का माल बेचा।
(B). Narendra से पूर्ण भुगतान में 9000 रूपये प्राप्त हुए।
(C). Nitish से 15000 रूपये का माल ख़रीदा।
(D). Nitish को पूर्ण भुगतान में 14000 रूपये चुकाए।

ये सिर्फ 4 Entries हैं इनको आपको करना है अगर आपको इन्हें समझने में Problem होती है तो हमसे पूछ सकते हैं। यह केवल अभ्यास के लिए हैं इसलिए बिना देखे आपको इन्हें करना हैं। करने के बाद आपको अपने उत्तरों का मिलान करना हैं।
यहाँ तक आपने Trade Discount और Cash Discount के बारे में सीखा। अब हम सीखेंगे की इन दोनों में क्या अंतर हैं यानि Difference Between Trade Discount and Cash Discount.

व्यापारिक बट्टे और नकद बट्टे में क्या अंतर है? Trade Discount and Cash Discount

व्यापारिक बट्टा:-

  • अर्थ- यह Discount माल के Sale करते वक्त price list पर fixed percentage की दर से दिया जाता है।
  • उद्देश्य- इसका उद्देश्य Sale को बढ़ाना होता है। व्यापारी माल को जल्दी बेचने के लिए इसका उपयोग करता है।
  • Journal Entry– इस बट्टे की लेखा पुस्तकों में कोई भी Journal Entry नहीं होती है। जैसा की आप ऊपर देख सकते हैं। हमने इस बट्टे की एंट्री नहीं की है।

नकद बट्टा:-

  • अर्थ- यह Discount payment करते समय या payment receive करते वक़्त दिया जाता है।
  • उद्देश्य- इसका उद्देश्य जल्दी payment receive करना होता है। भुगतान जल्दी प्राप्त करने के लिए Cash Discount का उपयोग किया जाता है।
  • Journal Entry- इस बट्टे की लेखा पुस्तकों में Journal Entry होती है। जैसा की आप ऊपर देख सकते हैं। हमने इस बट्टे की एंट्री की है। Cash Discount एंट्री करते समय लेखा पुस्तकों में लाभ – हानि के रूप में दर्ज किया जाता है।

Common Mistakes – जर्नल एंट्री में होने वाली आम गलतियाँ

  • Trade Discount की अलग एंट्री करना – कई लोग ट्रे‍ड डिस्काउंट को जर्नल में अलग से दर्ज कर देते हैं, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। यह इनवॉइस में ही नेट अमाउंट के साथ एडजस्ट हो जाता है, इसलिए इसकी अलग से कोई एंट्री नहीं होती।
  • Cash Discount में गलत खाते को Debit/Credit करना – अक्सर लोग कैश डिस्काउंट में खाते का चयन उल्टा कर देते हैं। याद रखें, अगर कैश डिस्काउंट दिया है (Allowed) तो उसे Debit करेंगे, और अगर कैश डिस्काउंट लिया है (Received) तो उसे Credit करेंगे।
  • Discount लगाने का गलत क्रम – कुछ लोग पहले कैश डिस्काउंट और फिर ट्रेड डिस्काउंट लगाते हैं, जो कि गलत है। हमेशा पहले ट्रेड डिस्काउंट घटाएँ और उसके बाद कैश डिस्काउंट लगाएँ।

ऊपर दी गयी Entries के Answers:

(A). Narendra A/c Dr                                           10000
To Sales A/c                                                       10000

(B). Cash A/c Dr                                                    9000
Discount allowed A/c Dr                                1000
To Narendra                                                      10000

(C). Purchase A/c Dr                                            15000
To Nitish A/c                                                      15000

(D). Nitish A/c Dr                                                15000
To Cash A/c                                                       14000
To Discount received A/c                                    1000

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इस लेख में आपने सीखा है Trade Discount और Cash Discount के बारे में यानि बट्टा क्या होता है? बट्टे को कटौती, छूट और अपहार के नाम से भी जाना जाता है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। Accounts सीखने के लिए जुड़े रहिये हमारे साथ हम जल्द हाजिर होंगे एक और पोस्ट लेकर। नयी पोस्ट की जानकारी के लिए साईट को bookmark कर लें।

FAQ – Trade Discount और Cash Discount

Q1. Trade Discount और Cash Discount में क्या फर्क है?

Ans:- Trade Discount खरीद-फरोख्त में सीधे बिल की कीमत से घटाया जाता है, जबकि Cash Discount समय पर पेमेंट करने पर दिया जाता है।

Q2. क्या Trade Discount को जर्नल में रिकॉर्ड किया जाता है?

Ans:- नहीं, Trade Discount को जर्नल में अलग से रिकॉर्ड नहीं करते, यह बिल/इनवॉइस में ही घटा दिया जाता है।

Q3. Cash Discount को जर्नल में कैसे दर्ज करें?

Ans:- अगर हमने Cash Discount दिया है (Allowed), तो इसे Discount Allowed A/c Dr करेंगे। अगर हमें मिला है (Received), तो Discount Received A/c Cr करेंगे।

Q4. क्या दोनों डिस्काउंट एक साथ भी मिल सकते हैं?

Ans:- हाँ, कई बार व्यापारी पहले Trade Discount देता है और फिर समय पर भुगतान करने पर Cash Discount भी देता है।

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