BCA क्या है ? BCA कैसे करें ? बी.सी. ए. क्यों करना चाहिए ? BCA की फुल जानकारी।

जिन विद्यार्थियों को कंप्यूटर की फील्ड में जाने में इंटरेस्ट है उन स्टूडेंट को 12वीं क्लास को पास करने के बाद Bachelor of Computer Application का कोर्स करना चाहिए, जिसे शार्ट में BCA कहा जाता है। इस कोर्स को करने के पश्चात आप गवर्नमेंट नौकरी के लिए अप्लाई करने के लिए भी एलिजिबल हो जाते हैं साथ ही प्राइवेट नौकरी भी आप चाहे तो कोर्स पूरा करने के बाद प्राप्त कर सकते हैं। बीसीए कोर्स पास आउट विद्यार्थियों की डिमांड विदेशों में भी होती है। इसलिए यह कोर्स करना विद्यार्थियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इस आर्टिकल में हमने “बीसीए क्या है” और “बीसीए कैसे करें” इसकी इंफॉर्मेशन दी है।

बीसीए क्या है?

BCA: BACHLOR OF COMPUTER APPLICATION

बीसीए 12वीं क्लास को पास करने के बाद किया जाने वाला लोकप्रिय अंडर ग्रेजुएट कोर्स है जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों को टोटल 6 सेमेस्टर की स्टडी करनी होती है। बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन के कोर्स में विद्यार्थियों को कंप्यूटर एप्लीकेशन के बारे में इंफॉर्मेशन तो दी ही जाती है साथ ही उन्हें सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट से संबंधित सब्जेक्ट की स्टडी करवाई जाती है।

बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन कोर्स के अंतर्गत विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की कोडिंग लैंग्वेज भी सिखाई जाती है जैसे कि
C, C++, HTML, Java इत्यादि। इन कोडिंग लैंग्वेज को सीखने के पश्चात विद्यार्थी वेबसाइट भी डिवेलप कर सकते हैं साथ ही एप्लीकेशन की कोडिंग भी कर सकते हैं।

जब आप बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन के आखिरी सेमेस्टर में पहुंच जाते हैं तब आपको विभिन्न प्रकार के प्रोजेक्ट बना करके पेश करने होते हैं या फिर आपको इंटर्नशिप भी करनी है।

बीसीए करने के फायदे

बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन का कोर्स कंप्यूटर साइंस की फील्ड में एक जॉब ओरिएंटेड कोर्स है जिसके कुछ महत्वपूर्ण बेनिफिट आपको प्राप्त होते हैं। नीचे आपके समक्ष हमने बीसीए कोर्स करने के फायदे प्रस्तुत किए है।

• बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन के कोर्स में आपको कंप्यूटर एप्लीकेशन की गहराई से स्टडी करने का मौका मिलता है। बीसीए कोर्स को कंप्लीट करते करते आपको कंप्यूटर प्रोग्रामिंग काफी अच्छे तरीके से आ जाती है जिसका इस्तेमाल करके आप एप्लीकेशन भी डिवेलप कर सकते हैं साथ ही विभिन्न प्रकार के लोक उपयोगी सॉफ्टवेयर और वेबसाइट को भी बना सकते हैं।

• कोर्स को पूरा करने के पश्चात आप किसी भी प्राइवेट कंपनी में तुरंत ही नौकरी पाने का प्रयास कर सकते हैं। इस प्रकार इस कोर्स को करने के बाद आपको आसानी से नौकरी भी मिल जाती है। इसके अलावा जिन गवर्नमेंट वैकेंसी में कंप्यूटर ऑपरेटर की आवश्यकता होती है आप उनमे भी अप्लाई कर सकते हैं।

• बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन का कोर्स एक अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है। इसीलिए कोर्स को पूरा करने के पश्चात आप यूपीएससी और एसएससी जैसी एग्जाम में भी शामिल हो सकते हैं।

बीसीए के लिए पात्रता [Eligibility Criteria]

• जिन विद्यार्थियों ने 12वीं क्लास की एग्जाम को कम से कम 50% अंकों के साथ पास किया है वह बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन के कोर्स में एडमिशन पाने का प्रयास कर सकते हैं।

• इंडिया में कुछ कॉलेज ऐसे हैं जो इस कोर्स में एडमिशन देने के लिए 12वीं साइंस विद्यार्थियों को ही अप्लाई करने का मौका देते हैं।

• बीसीए कोर्स में एडमिशन प्राप्त करने हेतु विद्यार्थी की कम से कम उम्र 18 साल होनी चाहिए। हालांकि कुछ जगह पर एडमिशन पाने के लिए उम्र की कोई भी सीमा नहीं होती है।

बीसीए कैसे करें? How to do BCA Course

विद्यार्थियों की जानकारी के लिए बता दें कि विद्यार्थी वर्ग बीसीए कोर्स में तीन प्रकार से एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं जिसमें पहला है मेरिट के आधार पर, दूसरा है एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर और तीसरा है पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर। नीचे आपको इन तीनों की जानकारी दी जा रही है।

1: मेरिट के आधार पर

इंडिया में बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन के कोर्स में एडमिशन देने के लिए अधिकतर कॉलेज मेरिट प्रक्रिया का ही पालन करते हैं। इस प्रकार अगर आपको इस कोर्स में एडमिशन पाना है तो आपको कॉलेज के द्वारा तय किए गए पात्रता के पैमाने को पूरा करना है, तभी आप इसमें मेरिट के आधार पर एडमिशन प्राप्त कर सकेंगे। इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए जिस कॉलेज में आप एडमिशन प्राप्त करना चाहते हैं, उसकी ऑफिशियल वेबसाइट को विजिट करें।

2: प्रवेश परीक्षा के आधार पर

आज के समय में तो अधिकतर कॉलेज एडमिशन देने के लिए एंट्रेंस एग्जाम का आयोजन करते हैं, जिसे पास करने के पश्चात ही आपकी रैंक या फिर आपकी परसेंटेज के हिसाब से आपको एडमिशन प्राप्त होता है। नीचे उन महत्वपूर्ण एंट्रेंस एग्जाम के नाम हमने आपको दिए हैं जिसे आप को देना पड़ सकता है।

• IPU-CET
• AIMA UGAT
• BU MAT
• SET
• UPSEE
• GSAT
• HP CET
• SUAT
• KIITEE
• SRMHCAT

3: पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर

इंडिया में ऐसे कॉलेज की संख्या काफी कम ही है जो पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन के कोर्स में एडमिशन देने का काम करते हैं। पर्सनल इंटरव्यू के अंतर्गत कुछ सीनियर प्रोफेसर या फिर कॉलेज के सीनियर लोग आपका इंटरव्यू लेते हैं, साथ ही आपकी प्रोफाइल और आप की मार्कशीट को भी चेक करते हैं और अगर आप इंटरव्यू में पास होते हैं तो आपको एडमिशन प्राप्त होता है।

बीसीए सिलेबस क्या है? What is BCA Syllabus?

नीचे हमने आपके समक्ष बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन के पूरे सिलेबस की सेमेस्टर के आधार पर जानकारी दी है।

1: बीसीए पहले सेमेस्टर का सिलेबस

• डिजिटल कंप्यूटर फंडामेंटल्स
• फॉन्डेशनल मैथमेटिक्स
• क्रिएटिव इंग्लिश
• इंट्रोडक्शन टू प्रोग्रामिंग यूजिंग C
• हार्डवेयर लैब
• स्टेटिस्टिक्स
• PC सॉफ्टवेयर लैब
• C प्रोग्रामिंग लैब

2: बीसीए दूसरे सेमेस्टर का सिलेबस

• ऑपरेटिंग सिस्टम्स
• कमिनिकेटिव इंग्लिश
• केस टूल्स लैब
• डाटा स्ट्रूकक्चर्स
• बेसिक डिस्क्रेट मैथमेटिक्स
• डाटा स्ट्रक्चर्स लैब
• विजुअल प्रोग्रामिंग लैब

3: बीसीए तीसरे सेमेस्टर का सिलेबस

• सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग
• इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन
• डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम्स
• फाइनेंशियल अकाउंटिंग
• इंट्रोडक्टरी अलजेब्रा
• ओरेकल लैब
• C++ लैब
• डोमेन लैब
• ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग यूजिंग C++

4: बीसीए चौथे सेमेस्टर का सिलेबस

• कंप्यूटर नेटवर्क्स
• प्रोफेशनल इंग्लिश
• प्रोग्रामिंग इन Java
• फाइनेंशियल मैनेजमेंट
• Java प्रोग्रामिंग लैब
• लैंग्वेज लैब
• DBMS प्रोजेक्ट लैब
• वेब टेक्नोलॉजी लैब

5: बीसीए पांचवें सेमेस्टर का सिलेबस

• Python प्रोग्रामिंग
• OOAD यूजिंग यूएमएल
• Unix प्रोग्रामिंग
• यूजर इंटरफेस डिजाइन
• Unix लैब
• ग्राफिक्स एंड एनीमेशन
• Python प्रोग्रामिंग लैब
• बिजनेस इंटेलिजेंस
• ग्राफिक्स एंड एनीमेशन लैब
• वेब डिजाइनिंग प्रोजेक्ट
• बिजनेस इंटेलिजेंस लैब

6: बीसीए छठे सेमेस्टर का सिलेबस

• क्लाउड कम्प्यूटिंग
• डिजाइन एंड एनालिसिस ऑफ एल्गोरिथम
• क्लाइंट सर्वर कम्प्यूटिंग
• मल्टीमीडिया एप्लीकेशंस
• इंट्रोडक्शन टू सॉफ्ट कम्प्यूटिंग
• एडवांस्ड डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम

ऊपर हमने आपको बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन का बेसिक सिलेबस बताया हुआ है। हालांकि हम आपको यहां पर स्पष्ट तौर पर यह भी कहना चाहते हैं कि अलग-अलग यूनिवर्सिटी का सिलेबस डिफरेंट टाइप का हो सकता है।

बीसीए कॉलेज एवं उनकी फीस

इंडिया में मौजूद टॉप बीसीए कॉलेज अथवा यूनिवर्सिटी और उनकी फीस की जानकारी नीचे हमने आपको प्रोवाइड करवाई हुई है।

  1. सिंबायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर स्टडीज एंड रिसर्च, पुणे : 6 लाख रुपया
  2. क्रिस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु: 4 लाख ₹
  3. लोयोला कॉलेज, चेन्नई: 2 लाख ₹
  4. जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली: 1 लाख 25 हजार ₹
  5. गोस्वामी गणेश दत्त एस. डी. कॉलेज, चंडीगढ़ : 95 हज़र
  6. सेंट जेवियर्स कॉलेज, अहमदाबाद: 48 हजार ₹
  7. प्रेसीडेंसी कॉलेज, बैंगलोर: 90 हजार ₹
  8. अमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी: 6 लाख ₹
  9. अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी: 35 हजार ₹
  10. वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी: 57 हजार ₹

बीसीए के बाद कैरियर विकल्प

बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन का कोर्स करने के पश्चात आप तुरंत में अगर नौकरी करना चाहते हैं तो आप प्राइवेट नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा कैरियर ऑप्शन के तौर पर आपको नीचे दिए गए कैरियर ऑप्शन प्राप्त हो सकते हैं।

• गवर्नमेंट नौकरी
• प्राइवेट नौकरी
• Freelancing
• टीचर
• आप चाहे तो आगे की पढ़ाई भी कर सकते हैं जैसे कि एमसीए।

बीसीए के बाद सैलरी पैकेज

हम स्पष्ट तौर पर यह नहीं कह सकते हैं कि बीसीए के बाद आप को कितनी सैलरी मिलेगी, क्योंकि हर पोस्ट की सैलरी अलग-अलग होती है और हर कंपनी में भी हर पोस्ट की सैलरी कम या फिर ज्यादा होती रहती है। ऐसी अवस्था में आप को सैलरी की सही जानकारी नौकरी ज्वाइन करने पर ही प्राप्त होगी।

हालांकि अंदाज के तौर पर कोर्स को पूरा करने के बाद स्टार्टिंग में किसी भी पोस्ट पर नौकरी लगने के पश्चात आपको महीने में 15000 की सैलरी आराम से मिल जाएगी। अगर आपको बड़ी पोस्ट पर नौकरी मिलती है तो सैलरी अधिक रहेगी। एक्सपीरियंस बढ़ने और काम के साल बढ़ने पर सैलरी भी बढ़ती है।

दोस्तों हमें उम्मीद है की आपको BCA COURSE के बारे में जानकारी समझ आयी होगी। अगर आपका कोई और प्रश्न है तो कमेंट में पूछ सकते हैं।

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